The 2-Minute Rule for treatment piles cure in 3 days
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संयम, स्वस्थ आहार, और नियमित दिनचर्या पालन से पाइल्स को जड़ से ठीक किया जा सकता है।
मल त्याग के दौरान थोड़ी मात्रा में रक्तस्राव देखा जा सकता है जिससे दर्द या परेशानी भी हो सकती है।
पाइल्स किसी को भी हो सकता है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपको पाइल्स होने की संभावना बढ़ा सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गुदा क्षेत्र में ऊतक और रक्त वाहिकाएं कमज़ोर हो सकते है और खिंचाव आ सकता है।
बाबासीर के दवाई विभिन्न प्रकार की होती हैं और उनका काम विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। जलवायु नियंत्रक (वसोप्रेसिन) दवाएँ: ये दवाएँ रक्तदाब को कम करके बाबासीर के दर्द और सूजन को कम कर सकती हैं। जलवायु नियंत्रक-निषेचक (डायरेटिक्स) दवाएँ: ये बवासीर के उपचार में आमतौर पर उपयोग की जाती हैं और शारीरिक तरीके से शांति दिलाती हैं।
ध्यान दें: बवासीर की तकलीफ बढ़ी हो तो योगासन हल्के तरीके से करें।
यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज को दूर करता है।
फाइबर युक्त आहार, भरपूर पानी, मल त्याग के बाद सफाई, और तनाव कम करना उपचार के आवश्यक भाग हैं।
डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली औषधि, लेप या आवश्यकता होने पर शल्य चिकित्सा check here भी प्रभावी समाधान है।
क्रीम, ऑइंटमेंट और सपोसिटरी का उपयोग करें।
अक्सर साधारण जीवनशैली में बदलाव जैसे उच्च फाइबर आहार, पर्याप्त पानी पीना और नियमित व्यायाम के साथ प्रभावी ढंग से इस रोग को प्रबंधित किया जा सकता है।
पाइल्स में ऐलोवेरा जेल लगाने से जलन और दर्द से राहत मिलती है और हीलिंग तेज होती है.
विरेचन: यह प्रक्रिया मल त्याग को सुगम बनाती है और शरीर को डिटॉक्स करती है।
साफ-सफाई, सही पोषण और संयमित दिनचर्या से मस्सों को सुखाने में मदद मिलती है।
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